5 Layoff-Proof Tech Jobs. Full information in Hindi — |
आजकल हर जगह Leyoff का ही माहौल चल रहा है। लोगों को कंपनी से निकाला जा रहा है, ऐसे माहौल में भी इंडिया टुडे कैसे आर्टिकल में मैंने कुछ बहुत इंटरेस्टिंग पढ़ा और उसको क्रॉस चेक किया तो सब सही निकला। आज मैं आपको बताने वाला हूं, पांच ऐसे एक जॉब जो इस मानस लिए के माहौल में भी इन डिमांड है। इसमें दो ऐसे जब से जिसमें कोडिंग प्रोग्रामिंग की जरूरत नहीं है। Non Technical बैकग्राउंड वाले बंदे भी यह जॉब कर सकते हैं, और बिना एक्सपीरियंस जस्ट 3-4 Month में स्किल सीखकर 6 लाख पर प्रति वर्ष तक का जब आ सकते हैं।
चलो देखते हैं, Top 5 Jobs कौन है। क्यों इस माहौल में भी इन डिमांड में है, कौन से स्किल सीख कर आप भी टेक्स जॉब्स को कर सकते हो। कैसे इन स्किल्स को सीखोगे कितना कमाओगे। सब कुछ डिटेल के साथ इस आर्टिकल में बताया गया है, आप इसे अंत तक जरूर पढ़ें। —
1. IT project managers
इस प्रोजेक्ट मैनेजर की स्टार्टिंग सैलेरी ही 12-16 लाख पर प्रति वर्ष होती है। लेकिन एक बंदा जिसे कोडिंग की नॉलेज नहीं आईटी स्किल्स भी नहीं आते, उन्हें कंपनी क्यों इतना पे करेंगे। इसका जवाब है प्रोजेक्ट मैनेजर्स न सिर्फ कंपनी के रेवेन्यू इंक्रीज करने में हेल्प करते हैं। बल्कि लॉस होने से बचते हैं, कैसे— तो देखो आज भी कोई प्रोजेक्ट स्टार्ट किया जाता है, उसके लिए प्रॉपर प्लानिंग या रोड मैप की जरूरत होती है। ताकि हिंदी एंड प्रोडक्ट का स्ट्रांग विजन क्रिएट किया जा सके, कहीं बिना सोचे समझे बिना इन्फॉर्म डिसीजन के कम लेने से कंपनी का मार्केट खराब हो सकता है।
इस रिपोर्ट को पढ़ो — मैनेजमेंट इंस्टीट्यूट के अनुसार ऑर्गेनाइजेशंस प्रोजेक्ट की खराब परफॉर्मेंस के कारण हर 1 बिलीयन डॉलर के इन्वेस्टमेंट पर 122 मिलियन डॉलर की बर्बादी करती है।
ऐसे ही अनवांटेड लॉसेस से बचने के लिए कंपनी को एक ऐसे बंद की जरूरत होती है जिसे Market Patterns के बारे में पता हो, Risk Management करना आता हो, और Team Manage करना आता हो। ताकि प्रोजेक्ट का Start to End स्मूथली प्रोग्रेस कर सके। प्रोजेक्ट को स्टेप बाय स्टेप प्लेन करना टीम मेंबर्स को मैनेज करना। टाइम पर काम डिलीवर करवाना, स्टेकहोल्डर के साथ कंटीन्यूअस कोलैबोरेट करना बजट और रिस्क मैनेज करके प्रोजेक्ट को हाईएस्ट पॉसिबल सक्सेस दिलवाने का काम प्रोजेक्ट मैनेजर का ही होता है। प्रोजेक्ट मैनेजर्स अलग-अलग डोमेन के भी होते हैं, वैसा ही एक मोस्ट डिमांडिंग डोमेन है, आईटी प्रोजेक्ट मैनेजमेंट, आईटी सेक्टर एक फ्रइविंग सेक्टर है। फाइनेंशियल ईयर 2023 में ही इसका मार्केट साइज 245 बिलीयन डॉलर हिट कर सकता था, और टॉप फाइव कंपनी के पास तो 18 बिलीयन डॉलर का डील पाइपलाइन भी है। इसलिए अपने प्रोजेक्ट को मैनेज करने के लिए कंपनी से स्किल्ड प्रोजेक्ट मैनेजर को जरूर हायर करेंगे। इस प्रोफेशन में जाने के लिए आपके पास —
Communication
Time Management
Risk Management
Problem Solving
Budgeting
Decision Making
Conflict Management और Strategy Building जैसे स्किल होनी चाहिए, और साथ में किसी भी डोमेन की बैचलर्स डिग्री जरूरत होगी। उसके बाद आप certificate courses इनरोल करके यह सब स्किल सीख सकते हो
2. Data Scientist and Analysts
अगर आप naukri.com पर जाओगे और सर्च करोगे डिटेल लेटेस्ट तो यह देखोगे 15000 से ज्यादा जॉब ओपनिंग के लिए, बट साइंटिस्ट सर्च करोगे तो 899 जॉब ओपनिंग दिखाएगा तो आपने देखा डाटा साइंटिस्ट के तुलना में डाटा एनालिस्ट का ज्यादा जॉब ओपनिंग है, 16 गुना ज्यादा है। इस Manas Layout के टाइम में आप देख सकते हो कितनी जॉब ओपनिंग खाली है।
अब डे बाय डे डाटा के साथ काम करने वाली कंपनी की संख्या बढ़ता जा रहा है। इसलिए अभी हर कंपनी को डाटा एनालिस्ट और इसकी जरूरत है लेकिन उन्हें स्किल वर्कर्स नहीं मिल रहा है। सिर्फ इंडिया में ही नहीं बल्कि उस और कनाडा जैसे कंपनी के 73% डिसीजन मेकर्स का मानना है की डिटेल एनालिटिक्स इंडस्ट्री में उसे टैलेंट शॉर्टेज दिख रहा है। अब देखो डिमांड है, लेकिन सप्लाई कम है।
इसलिए मांस ले ओफ फिर डाटा और लिस्ट के करियर को इफेक्ट नहीं कर पा रहा। उल्टे सब प्रिडिक्ट किया गया है, कि 2026 तक इंडिया में डाटा साइंटिस्ट एंड डाटा एनालिटिक्स रोज के लिए 11 मिलियन नई जॉब्स क्रिएट होने वाली है।
• अब बहुत लोग कंफ्यूज होंगे यह सोचकर की डाटा साइंटिस्ट और डाटा एनालिटिक्स में फर्क क्या है?
प्रोग्रामिंग स्टैटिसटिक्स और डोमेन नॉलेज को कंबाइन करके अनस्ट्रक्चर और परिसर उत्तर से इनसाइड निकलना इसके लिए डाटा साइंटिस्ट प्रिडिक्टिव मॉडल बिल्ड करते हैं, और न्यू एल्गोरिथम बनाते हैं, वही एनालिस्ट का काम होता है, इन साइज को एनालाइज करना और उस डाटा इंटरप्रेट करना जिसे बिजनेस के डिसीजन मेकिंग में उसे किया जा सके डाटा एनालिस्ट वरना डाटा साइंटिस्ट बनने से कंपेरटिवली इसी होता है।
कोई भी नॉन टेक्निकल ग्रेजुएट भी डिटेल में 4 Month में बन सकता है, क्योंकि डाटा एनालिस्ट को एनालिसिस करने में मेली स्टैटिसटिक्स विजुलाइजेशन जैसे स्किल की जरूरत होती है। लेकिन जनरली उन्हें एडवांस मशीन लर्निंग और परिसर एल्गोरिथम सीखने की जरूरत नहीं होती। लेकिन दोस्तों प्रॉब्लम यह है, कि कंपनी को सिर्फ एंप्लॉई की नहीं बल्कि स्किल डेवलपमेंट की जरूरत है। जिसके पास लेटेस्ट वर्कफोर्स के लिए कंपैटिबल हार्ड एंड सॉफ्ट स्किल्स हो लेकिन ट्रेडिशनल कॉलेज स्टडी सिस्टम में कहां से यह सब सिखाया जाता है।
इसलिए जाॅब पाना चाहते हो, तो आपको एक सही प्रोग्राम भी उसे करना पड़ेगा। क्योंकि बहुत सारे कैंडीडेट्स ऐसे होते हैं, जो हमारे ट्रेडिशनल कॉलेज स्टडी को फॉलो करते हैं। और उसके बाद लेटेस्ट वर्कफोर्स के साथ एड्रेस नहीं कर पाते। वह Underpad Jobs और Unemployment के बीच में ही अटके रहते थे।
3. Software Developer & Engineers
बिजनेस के प्रॉफिट का एक बड़ा वेपन सॉफ्टवेयर है। क्योंकि सॉफ्टवेयर बिजनेस और कस्टमर के बीच एक इंर्पोटेंट लिंक है। बिजनेस कस्टमर को इंगेज रखते हैं, और उनसे यूजर डाटा कलेक्ट करते हैं जो बाद में डिसीजन मेकिंग में हेल्प करता है। इसके अलावा यूनिक्स सॉफ्टवेयर फीचर्स बिजनेस को कंपलीटली बेनिफिट भी देता है।
अब अगर सॉफ्टवेयर इतना इंपोर्टेंट है, तो उसे इन्नोवेटिव बनाने के लिए और उसके टेक्निकल इश्यूज को सॉल्व करने के लिए किसी स्किल्ड परसों की जरूरत तो होती ही है। इसलिए कंपनी एक्सेस किल्ड सॉफ्टवेयर डेवलपर और इंजीनियर पे इन्वेस्ट करते हैं। जिनके पास Strong Programming, UX, Problem Solving, Critical Thinking, Decision Making, Collaboration E.t.c Skills हो।
लेकिन अब आप सोचोगे अभी Chat GPT, 10 Web Locofy जैसे टूल पलक झपकते कोड लिख देता है। फिर डेवलपर्स का क्या फ्यूचर है। दोस्तों लॉजिकली सोचो हमें पता है एमी फास्ट डाटा के बेसिस पर हमें रिस्पांस देता है। इस डाटा की मदद से यह कोर्स लिखे जाते हैं पर यहां इनोवेशन कहां है जो कोट्स ऑलरेडी है ए वही कोर्स आपको लिख कर देगा। ऐसे तो नए फीचर्स आएंगे ही नहीं और यह टूल्स जो कोड लिखकर देते हैं। वो बहुत बेसिक लेवल के सॉफ्टवेयर बनाने के काबिल है, लेकिन हाली इंटरएक्टिव सॉफ्टवेयर बनाने के लिए कंपलेक्स एंड कस्टमाइज कोडिंग की जरूरत होती है। इसके अलावा AI को ट्रेन करने के लिए वह सही से कम कर रहा है, कि नहीं यह देखने के लिए भी किसी की जरूरत होगी। इसलिए AI तो अभी सॉफ्टवेयर डेवलपर का जब रिप्लेस नहीं कर पाएगा। उल्टा प्लस ऑब्जेक्ट डेवलपर्स के करियर में 2019 में 2029 के बीच 22% अपॉइंटमेंट ग्रोथ प्रिडिक्ट किया है। वैसे स्किल को सीखने के लिए भी आप ग्रेट लर्निंग का फुल सेक्स सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट प्रोग्राम को ज्वाइन कर सकते हो
4. Security Professional
कुछ दिन पहले सिर्फ फोन कॉल की मदद से या फिर बायोमेट्रिक डिटेल्स की मदद से हैकर्स लोगों की बैंक अकाउंट खाली कर रहे थे और न जाने आए दिन कैसे-कैसे नए स्कैन सुनने को मिलेंगे। हर दिन ऑलमोस्ट 4000 फाइबर अटैक होती है, और 5 लाख 7000 नए मालवेयर सिलेक्ट होते हैं। जो छोटे बड़े हर कंपनी को पूरे तरीके से इफेक्ट करते हैं। प्रिडिक्ट किया जा रहा है, कि 2025 तक व्हाइट कंपनी इसको साइबर अटैक की वजह से एनुअल 10.5 ट्रिलियन डॉलर की भारी भरकम कीमत चुकानी पड़ सकती है।
इसलिए सब चीजों को रोकने के लिए साइबर सिक्योरिटी प्रोफेशनल्स की डिमांड बढ़ रहा है। साइबर सिक्योरिटी प्रोफेशनल सिस्टम ऑन नेटवर्क्स को रेगुलरली चेक करते हैं, सिक्योरिटी सिस्टम डेवलप करते हैं, मालवा डिटेक्ट करते हैं, और एंटीवायरस सिस्टम मेंटेन करते हैं। साइबर अटैक प्रीवेंट करते हैं, बल्कि अटैक्स पर काउंटर अटैक भी करते हैं ताकि फ्यूचर में ऐसे प्रॉब्लम्स ना हो इसलिए हर कंपनी अपना सिक्योरिटी सिस्टम स्ट्रांग करने के लिए एक स्किल्ड साइबर सिक्योरिटी प्रोफेशनल भी इन्वेस्ट कर रहे हैं, और उन्हें हैप्पी अमाउंट सैलरी भी दे रहे हैं।
5 AI and Machine Learning Specialist
AI हर इंडस्ट्री में इंटीग्रेटेड हो रहा है। आउट रिचिंग सिस्टम से कार्ड तक आज सब ऑटोमेटेड हो रहा है, और इसी ऑटोमेशन के प्रोग्रेस को फास्ट और अपग्रेड करने के लिए AI और मशीन लर्निंग स्पेशलिस्ट का डिमांड तेजी से बढ़ रहा है। AI नया जॉब क्रिएट करने वाला है उसके बारे में कोई बात नहीं कर रहा। जब लोग बैलगाड़ी चलाते थे और बाजार में पहली बार कार आई थी तब लोग डरते थे, कि कर आने की वजह से बैलगाड़ी चलाने वालों की रोजी-रोटी कमाई बंद हो जाएगी। लेकिन हुआ उसका उल्टा बैलगाड़ी से कितने लोगों की कमाई होती थी, और आज एक कर बनाने के लिए कितने लोगों को जॉब मिल रहा है।
AI की कहानी भी कुछ वर्ल्ड इकोनामी फोकसन 2015 तक 12 मिलियन नई जॉब क्रिएट कर सकता है। लेकिन इससे तो फायदा ही होता है। बल्कि उनको और परिसर लेवल पर सोने की फ्लैक्सिबिलिटी मिल रही है। इन सब बेनिफिट्स को देखते हुए बिजनेस इस रेपिडली ऑटोमेशन को अडॉप्ट कर रहे हैं। इसलिए अभी AI मशीन लर्निंग स्पेशलिस्ट बहुत ही डिमांड पर है, बेसिकली AI Specialist, AI Model डेवलप करते हैं उसको ट्रेन और ट्यूम करते हैं स्पेशलिस्ट AI को और भी एडवांस बनाने के लिए प्रिडिक्टिव मॉडल और अलग ओरिथम्स बनाते हैं। AI मशीन लर्निंग लर्निंग बनने के लिए आपके पास python & R Programming, Mathematics, Statistics, Machine Learning Algorithm, Deep Learning, NLP, Tensorflow Py-torch Scki जैसे फ्रेम ऑफ का नॉलेज हनी चाहिए। बता दू कंपनी स्किल एम्पलाइज को स्टार्टिंग में ही 6 लाख पर अन्नुम तो 12 ब्लैक पर अन्नुम सैलरी देकर हायर कर रहे हैं।
ध्यान पूर्वक पढे़ — दोस्तों आज के लिए इतना ही दोस्तों आशा करता हूं यह आर्टिकल हेल्पफुल रहा होगा। अगर टाटा एनालिस्ट सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनना चाहते हो, तो ग्रेट लर्निंग का बूट कैंप प्रोग्राम जरूर से सुनें।
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