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CBI, IB और RAW क्या है, और कैसे बने ? इनके कौन-कौन से कार्य करते हैं, From भरने से लेकर Job मिलने तक पूरी जानकारी —
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CBI, IB और RAW क्या है, और कैसे बने ? इनके कौन-कौन से कार्य करते हैं, From भरने से लेकर Job मिलने तक पूरी जानकारी —

CBI, IB और RAW क्या है, और कैसे बने ? पूरी जानकारी —

CBI, IB और RAW यानी कि Research and Analysis Wing ये तीनों नाम आपने कई बार सुनें होंगे। ये सभी एजेंसियां देश की सुरक्षा के लिए काम करती है। ये भी आप जानते होंगे, लेकिन क्या अंतर बता सकते हैं। नहीं ना क्योंकि ज्यादातर लोगों को इनमें कन्फ्यूजन होता है। अगर आपके मन में ये कन्फ्यूजन है, तो आज के आर्टिकल पढ़ने के बाद आपको यह कन्फ्यूजन पूरी तरह से दूर हो जाएगा।

आज के आर्टिकल में हम बताने जा रहे हैं सीबीआई आईबी और रोम में क्या अंतर है और आप इन्हें कैसे ज्वाइन कर सकते हैं, तो बस बनें रहिए आर्टिकल के अंत तक।

आज के टॉपिक शुरुआत करने से पहले यह जान लीजिए। CBI / IB / RAW हो ये तीनों ही जांच एजेंसियां है। जिनके कार्यक्षेत्र अलग-अलग होते हैं, तो चलिए पहले टॉपिक से शुरुआत करते हैं।

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CBI क्या है ?

CBI फुल फॉर्म Central Bureau of Investigation इसे हिंदी में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो भी कहा जाता है। इसका मुख्यालय दिल्ली में पड़ता है, ये केंद्र सरकार के अंतर्गत काम करती है। इसकी स्थापना सन् 1940 में की गई थी और इसे 1963 में Central Bureau of Investigation नाम दिया गया। CBI राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय होने वाले अपराधों की जांच करती है जैसे — हत्या, घोटाला, भ्रष्टाचार के मामले और राष्ट्रीय हितों से संबंधित मामलों में भारत सरकार के तरफ से जांच करती है।
CBI एक तरह से पुलिस ही है ये आपको गिरफ्तार कर सकती हैं, पूछताछ कर सकती है, और आपके घर की जांच भी कर सकती है। लेकिन इसके पास लोकल पुलिस इसे कई गुना ज्यादा अधिकार होते हैं। CBI के अधिकारी भारत में किसी भी कोने में जाकर जांच कर सकते हैं, जबकि लोकल पुलिस का एक एरिया फिक्स होता है। CBI ऐसे अपराध की जांच करती है, जिनका संबंध देश के अर्थव्यवस्था से जुड़ा होता है।
इसके अलावा वो किसी भी ऐसी घटना की जांच कर सकती है जो कि भारत कि कानून के अनुसार जुर्म में यानी कि क्राइम किस श्रेणी में आता हो। CBI कि ताकत का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है, कि वो सरकार के ऊपर लगाया गया भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच भी करती है। इसके अलावा हाय प्रोफाइल मर्डर केस हो या फिर रिश्वत के मामला हो हर केश की जांच CBI के दायरे में आती है। इतना ही नहीं आतंकवादी घटनाओं की जांच National Investigation Agency यानी कि NIA का गठन किया गया।
CBI अपराधियों के खिलाफ सबूत जुटाने का काम करती है। इसलिए हम Central Bureau of Investigation कह सकते हैं। सबूत जुटाना और उसे कोर्ट में पेश करना दोनों ही काम CBI के दायरे में आते हैं, इसके अलावा CBI इंटरपोल के ऑफिसियल यूनिट है। अब आप सोच रहे हैं, Interpol क्या है, तो आपको बता दें इंटरपोल एक इंटरनेशनल क्रिमिनल पुलिस और ऑर्गेनाइजेशन है जो कि 192 देशों के साथ दुनिया का सबसे बड़ा अंतरराष्ट्रीय पुलिस संगठन है।

IB क्या है ?

IB यानी कि Intelligence Bureau देश के खुफिया जांच एजेंसी है। इसका काम आतंकवादी गतिविधियों से जुड़े लोगों पर नजर रखना है और खतरे का अंदेशा होते ही सेना को अलर्ट करना होता है। IB की स्थापना देश के ब्रिटिश शासन के समय ही हो गई थी। 23 दिसंबर सन् 1887 को लंदन में भारत के विदेश सरकार के द्वारा केंद्रीय विशेष शाखा तौर पर IB की स्थापना की घोषणा की गई थी। पहले सिर्फ खुफिया विभाग कहा जाता था, लेकिन सन् 1920 में इसका नाम बदलकर Intelligence Bureau रखा गया।

उस वक्त स्थापना का उद्देश्य भारत में ब्रिटिश सरकार के खिलाफ होने वाले साजिशों का पता लगाना था। इंटेलिजेंस ब्यूरो का काम भारत के आंतरिक सुरक्षा सुनिश्चित करना है। ये उन तत्वों पर कड़ी नजर रखती है, जो देश के तोड़ने के काम में लगे हुए हैं। साधारण शब्दों में कहें तो इंटेलिजेंस ब्यूरो के कार्यों का कोई निश्चित शाखा नहीं है।
Intelligence Bureau अमेरिका, ब्रिटेन, रूस और इजराइल सुरक्षा एजेंसियों के साथ जानकारी साझा करती है। इंटेलिजेंस ब्यूरो तकनीकी रूप से गृह मंत्रालय को रिपोर्ट करती है, इनके पास वो शक्ति हैं की खुफिया जानकारी जुटाने के लिए बिना किसी के अनुमति दे किसी का भी फोन टैप कर सकती है। इंटेलिजेंस ब्यूरो में भारतीय पुलिस सेवा कानूनी परिवर्तन एजेंसियों और सेना के कर्मचारी का काम करती है। इस प्रकार IB का मुख्य काम देश के आंतरिक सुरक्षा के लिए काम करना है।

RAW Agency क्या है ?

RAW Agency की स्थापना सन् 1968 में की गई थी। इसकी स्थापना के पीछे एक बहुत बड़ा कारण हुआ, ये सन् 1968 तक IB ही भारत के आंतरिक बाहरी खुफिया ऑपरेशन को देखता था। लेकिन सन् 1965 हुए युद्ध में भारत के खुफिया एजेंसिया यह जानकारी नही दे पायी थी। जिसकी वजह से वैसे जांच एजेंसी की जरूरत महसूस होने लगी, क्योंकि भारत के बाहरी देशों में दुश्मनों के बारे में जानकारी जुटा सके।
इस कारण से सन् 1968 में RAW यानी कि Research and Deveiopment Wing जिसे हिंदी में अनु संसाधन और विश्र्लषण की स्थापना की गई। ये भारत के अंतर्राष्ट्रीय गुप्त संस्था यानी के इंटरनेशनल इंटेलीजेंट ऑर्गेनाइजेशन है। इसका मुख्य काम भारत के पड़ोसी देशों के तौर पर पाकिस्तान और चीन की गतिविधियों पर नजर रखना है। RAW भारत के नीति निर्माण सेनाओं को खुफिया जानकारी प्रदान करता है, और वह सही समय पर कड़ी कदम उठाकर देश के खतरों को बचा सके।
RAW बांग्लादेश के गठन में पूर्व भूमिका निभाई थी। RAW का मुख्य नाम भारत के पड़ोसी देशों में हर छोटी से छोटी गतिविधि को नोटिस करना होता है जैसे — कौन सा देश किस देश के साथ क्या समझौता कर रहा है। RAW अपने सिगरेट एजेंटों के माध्यम से सीक्रेट ऑपरेशन कंडक्ट करता है। अपने दुश्मन से जानकारी निकलवाने के लिए RAW कुछ भी कर सकता है। फिर चाहे वह रिश्वत हो मारपीट हो, साइकोलॉजिकल टेस्ट हो या दुश्मन देश की सीमा में ड्रोन भेजना हो।
देश के लिए कुछ भी कि सिद्धांत पर काम करते हैं। शुरुआत में RAW केवल प्रशिक्षित खुफिया अधिकारिक काम करते थे लेकिन अब सेना पुलिस और अन्य सेवाओं के लोगों को इसमें शामिल किया जाने लगा है अब RAW के पास अपना सेवा है जिसे Research and Analysis Wing कहा जाता है क्योंकि RAW देश के बाहर खतरों पर नजर रखता है। इसीलिए ये सीधे PMO प्रधानमंत्री कार्यालय को रिपोर्ट करता है।

• दोस्तों अब आप जान ही गए होंगे CBI, IB और RAW में क्या अंतर होता है, और आपमें से कई लोग इस संस्था में जाने के लिए इच्छित भी होंगे। चलिए आपको बता दें, कि कैसे इस संस्थाओं पर नौकरी कर सकते हैं।

• CBI में नौकरी कैसे करें ?

दोस्तों सीबीआई में जाने के लिए आपको SSC CGL यानी staff Selection Commission – Combined Graduate Level Exam क्लियर करना पड़ता है इसके अलावा आपको पुलिस विभाग से डेपुटेशन यानी प्रतिनियुक्ति या प्रमोशन के बाद भी सीबीआई में भर्ती हो सकते हैं।

• IB और RAW में नौकरी कैसे करें ?

IB और RAW में भर्ती होने के लिए उम्मीदवार एक कठोर परीक्षा से गुजरना पड़ता है, लेकिन परीक्षा पास करने के बाद इंटरव्यू में भी पास होना पड़ता है। हर साल एसएससी द्वारा इंटेलिजेंट ब्यूरो में नौकरी करने के लिए CGPE यानी कि संयुक्त स्नातक प्रारंभिक परीक्षा ली जाती है।
इसके अलावा किसी विषय में डिग्री होना भी जरूरी है। वहीं RAW में काम करने के लिए आपको कम से कम एक विदेशी भाषा जरूर आनी चाहिए, तो इन संस्थाओं को ज्वाइन करने के लिए इन सबसे ज्यादा जरूरी एक और क्वालिफिकेशन है, जो देशभक्ति का जज्बा होना जरूरी है।

ध्यानपूर्वक पढ़ें :— देश के लिए जान देने की तमन्ना देश के लिए कुछ कर गुजर जाने की तमन्ना क्योंकि यहां हर कदम पर खतरा होता है। RAW और CBI के एजेंट को छुपकर काम करना पड़ता है कई बार उन्हें भेस बदलना पड़ता है।


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